यूजीसी ने देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों को पटरी पर लाने और सीयूईटी परीक्षा के बिना एडमिशन देने वाले संस्थानों को भी एडमिशन प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, ताकि रिजल्ट घोषित होने के तुरंत बाद ही सत्र शुरू हो सके।
सीयूईटी परीक्षा में शामिल है दो सौ विश्वविद्यालय
छात्रों को विभिन्न विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए भटकाव से रोकने के लिए यूजीसी ने सीयूईटी परीक्षा की शुरुआत की थी, इसमें छात्रों को एडमिशन के लिए अलग-अलग संस्थानों में आवेदन नहीं करना पड़ता है, बल्कि एक ही आवेदन करके उन्हें सभी से एडमिशन पाने की अनुमति मिलती है। वर्तमान समय में करीब दो सौ विश्वविद्यालय सीयूईटी प्रवेश परीक्षा से जुड़े हैं, जबकि पूरे भारत देश में वर्तमान समय में एक हजार से ज्यादा विश्वविद्यालय और लगभग 40 हजार कॉलेज हैं।
अगस्त से होगी, नए शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई शुरू
अगस्त से नए शैक्षणिक सत्र को शुरू करने का उत्तराधिकार यूजीसी के पास है। इसके साथ ही, संस्थानों को एडमिशन की प्रक्रिया को एक समय में पूरा करने के लिए निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि स्कूलों और कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र को समय पर शुरू किया जा सके और परीक्षा भी समय पर ही कराई जा सके।
शैक्षणिक सत्र समय से शुरू करना है एक चुनौती
शैक्षणिक सत्र को समय पर पटरी पर लाना कठिन चुनौती हो सकती है, लेकिन इसे बेहतर तैयारियों के माध्यम से संभव किया जा सकता है यूजीसी इसके लिए कोशिश कर रही। सीयूईटी प्रवेश परीक्षा पूरी होने के बाद, अब समय पर रिजल्ट देने के तैयारी चल रही है। अनुमान है कि इस महीने के अंत तक सीयूईटी रिजल्ट आ जाएगा और उसके बाद एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होगी।