दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभाग ने एक नया बिजनेस एनालिटिक्स मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) कोर्स लॉन्च किया है, जिसमें आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर फोकस किया गया है। इस कोर्स में 60 सीटों पर एडमिशन के लिए 600 से अधिक आवेदन आ चुके हैं।
डीयू के वाइस-चांसलर योगेश सिंह ने कहा है कि एक विकसित देश बनने के लिए, हमारी प्रति व्यक्ति आय वर्तमान से छ: गुना ज्यादा होनी चाहिए। इसके लिए हमें 25 वर्षों तक 9% की वृद्धि दर की आवश्यकता है। ये सब संभव होगा, सिर्फ़ बिज़नेस इन्वेंटर्स के माध्यम से।
स्टार्ट-अप अब नया शब्द नहीं है, बल्कि यह एक वास्तविकता बन चुका है। वर्तमान में हमारे पास 120 यूनिकॉर्न्स और 1 मिलियन से अधिक स्टार्ट-अप्स हैं।
डीयू के वाइस-चांसलर योगेश सिंह, वर्तमान युग टेक्नोलॉजी का है अगर आप दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए कर रहे हैं, तो इसे 100% दें। नई और अच्छी किताबें पढ़ें। आपको हर जगह प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा। इंटरनेशनल बिज़नेस और ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (एचआरडी) के एमबीए कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए एक ओरिएंटेशन भी आयोजित की गई।
एमबीए को – ऑर्डिनेटर एचके डांगी ने कहा है, “हमारा कोर्स theoretical concepts और latest industry software के बीच एक संतुलन स्थापित करता है, जिससे छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के साथ अच्छी तरह से सिखाया जा सकता है।
इस कोर्स में फाइनेंसियल मैनेजमेंट, एकाउंटिंग , ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट और मार्केटिंग मैनेजमेंट जैसे मैनेजमेंट विषयों का प्रशिक्षण शामिल है। कॉमर्स विभाग के प्रमुख अजय कुमार सिंह ने कहा कि इस प्रोग्राम को उद्योग की बढ़ती हुई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।
बीआर शंकरानंद भारतीय शिक्षण मंडल के अध्यक्ष रह चुके थे, जिन्होंने इवेंट पर मुख्य अतिथि के रूप में छात्रों को संबोदित किया था कि एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम करें। रिशिका गुप्ता, एक संभावित छात्र, ने मीडिया को कहा कि “मैं अंतरराष्ट्रीय व्यापार में विस्पेशलाइजेशन हासिल करूंगी और मैं यहाँ पढ़ाई करके औद्योगिक अनुभव प्राप्त करने की उम्मीद कर रही हूँ।”