Delhi News : भारत में 12 भारतीय भाषाओं में 100 पुस्तकों का लोकार्पण किया गया है। यह पहल का अभियान लग रहा है, जो भारतीय साहित्य को समृद्धि देने का लक्ष्य रखता है। इस वेबसाइट के अनुसार, इस पहल के तहत प्रकाशित किए गए किताबें विभिन्न विषयों पर हैं और विभिन्न लेखकों द्वारा रची गई हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत की विविधता को समर्थन करना है, ताकि अलग-अलग क्षेत्रों के लोग अपनी भाषा में साहित्य का आनंद ले सकें और समृद्धि के रास्ते पर आगे बढ़ सकें। वेबसाइट पर आधिकारिक घोषणा होने के कारण, इस पहल को सामाजिक मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर भी व्यापक रूप से प्रमोट किया जा रहा है, जिससे इस अभियान को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच मिल सके। यह भारतीय साहित्य और भाषाओं को समृद्ध करने के लिए एक उत्कृष्ट पहल है, जो बड़े स्तर पर साहित्यिक विकास को प्रोत्साहित करती है।
UGC : 12 भारतीय भाषाओं में 100 किताबें लॉन्च: किताबों के ज्ञान के अलावा, हम स्कूल/कक्षा के घंटों में अब नये तरीके से सीखाने का प्रयास कर रहे हैं। छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ, अद्यात्मिक विकास, खेल और फिजिकल एक्टिविटी,म्यूजिक, डांस के रूप में अन्य कौशल प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।इसके लिए हम इनोवेशन लैब, कक्षा परियोजना, असाइनमेंट, ट्यूटोरियल, खेल-कूद, योग, शारीरिक गतिविधि, संगीत, नृत्य, सामाजिक कार्य और राष्ट्रीय योग्यता पर आधारित क्रेडिट (अंक) प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निगरानी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा तैयार की गई 100 किताबें लॉन्च की जाएँगी। ये किताबें 12 भारतीय भाषाओं में लिखी गई हैं और विज्ञान, मानविकी और सामाजिक विज्ञान के विषयों से संबंधित हैं। यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने इस बारे में बताया है कि शिक्षा मंत्रालय NEP 2020 के तीसरे वर्षगांठ के अवसर पर प्रगति मैदान में 2 दिन चलने वाला शिखर सम्मेलन अखिल भारतीय शिक्षा समागम का आयोजन कर रहा है। पीएम मोदी इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
टेक्नोलॉजी, कौशल विकास, इनोवेशन रिसर्च आदि के परिवर्तनों पर आधारित नए भारत को दर्शाने के लिए एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी जिसका उद्घाटन पीएम मोदी द्वारा किया जाएगा। प्रोफेसर कुमार ने बताया है कि इस साल से इंजीनियरिंग के ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन पाठ्यक्रम के छात्रों को भारतीय भाषाओं में पढ़ाई का अवसर मिलेगा। कुछ किताबें तैयार हो गई हैं और अन्यों के अनुवाद पर काम जारी है।
छात्रों को किताबी ज्ञान के अलावा भी मिल सकते है अंक
किताबी ज्ञान के अलावा अब छात्रों को व्यावहारिक और प्रयोगशाला कार्य सीखने का मौका मिलेगा। जिसके तहत छात्र, इनोवेशन लैब, क्लास प्रोजेक्ट, असाइनमेंट, ट्यूटोरियल, खेलकूद, योग, फिजिकल एक्टिविटी, म्यूजिक, डांस, सोशल वर्क आदि एक्टिविटी में भाग ले सकते है और इनमें एनसीसी के आधार पर क्रेडिट यानी अंक प्राप्त किए जा सकेंगे। इसके अलावा, छात्रों को इंटर्नशिप और नौकरी पर प्रशिक्षण अनुभव प्राप्त करने का भी मौका मिलेगा।
विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय डिग्री कोर्स शुरू किए जाएंगे
आने वाले शैक्षणिक सत्र 2023-24 से विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम शुरू किए जायेंगे। इसके तहत, छात्र अपनी पसंद के कोर्स का अध्ययन कर सकेंगे और पढ़ाई के दौरान उन्हे विभिन्न सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही, यह प्रोग्राम छात्रों को कौशल विकास, स्टार्टअप, इनोवेशन, रिसर्च, इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के विकल्पों का मौका देगा। यानी इससे छात्र अपनी प्रतिभा और रूचि के अनुसार सीख सकते हैं और करियर के लिए विभिन्न विकल्पों के बीच चुनाव कर सकते हैं।